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Sunday, June 21, 2015

पप्पु यादव: Persona Non Grata?



पप्पु यादव तो जैसे Persona Non Grata बन के रह गए। ना नीतिश-लालु चाहते हैं और ना ही NDA वालों। उनका ground reality क्या है वो जाने वो और जाने उनका भगवान --- मेरे को नहीं मालुम। लेकिन लालु (the best Railway Minister India ever had) ने बड़ी चालाकी से जंगल राज का बिल्ला पप्पु के गले में लगाके पप्पु को कोशी में बहा दिया। किसी को पता भी नहीं चला।

वैसे मेरा भी नाम पप्पु ही है ---- मेरे रिश्तेदारों को सिर्फ मेरा वही नाम मालुम है। पप्पु भगत। एक बार मैं जब हाई स्कुल में था तो एक दोस्त घर के बाहर आया पुछने। बाहर दादाजी बैठे हुवे थे। दोस्त ने मेरा नाम दिया: "परमेन्द्र।" दादाजी ने उनको भगा दिया: "आगे जा के पुछ। "

लेकिन मेरे को कोशी में मत बहाइएगा। राजनीतिक कोशी में। हम गंगा किनारे ही ठीक हैं। राजनीति की गंगा।

Airhostess complains of Pappu Yadav harassment
MP Pappu Yadav misbehaves, flings papers at deputy speaker
RJD MP Pappu Yadav calls doctors 'executioners'
Pappu Yadav acquitted in Ajit Sarkar murder case
Pappu Yadav helped Kim Davy get away?
CBI arrests Pappu Yadav in Gurgaon
Sarkar murder case: SC notice to Pappu Yadav on CBI plea
Expelled RJD MP Pappu Yadav floats new party
RJD leadership expels Pappu Yadav for 6 years


Saturday, June 06, 2015

बिहार के उभरते चेहरे

Bihar: My Projections

It was advantage Modi during the Lok Sabha election last year. It was advantage Nitish during the bypolls that followed. But much has changed since then. Nitish has lost Jitan Majhi and Laloo has lost Pappu Yadav. Not only has Nitish lost Jitan Majhi, he has lost him to the BJP camp.

बिहार में आम की राजनीति

If it were the BJP, Paswan and Kushwaha one one side, and Nitish, Laloo, Congress, NCP, Left, Jitan, Pappu on the other side, it was a 50-50 contest with a slight advantage to the BJP still. That was the case during the bypolls, but that is no longer the case. Pappu is in neither camp right now.

So right now, the way I see it, it is Advantage Sushil Modi.

But that is if Nitish and Laloo manage to stick together. If they contest separately, the BJP sweep of the state might mirror its sweep during the Lok Sabha elections last year.

Sushil Modi In Janakpurdham
Janakpur Patna Kolkata Industrial Corridor
बिहार के लिए फोर्मुला
World, India, Bihar
The Next Chief Minister Of Bihar?

A nightmare scenario for Nitish would be if even Pappu decides to join the BJP led front. At that point it is a no contest. It will be a clear BJP sweep.

Nitish gave seven excellent years to Bihar, उसके बाद उन्होने अडवाणी के लिए आत्म दाह कर लिया।

The BJP has declared a desire to contest 185 seats, Paswan wants 60, Kushwaha 40, Jitan wants 40, Pappu is open to being part of the alliance. Considering there are only 245 seats available, they might go for a 130-35-25-30-25 kind of split.


Monday, May 11, 2015

जितन और पप्पु ने बिहार को पेंचिंदा बनाया

जीतन राम माझी का नीतिश से अलग हो जाना, पप्पु यादव का लालु से अलग हो जाना ------- अब तो बिहार का contest triangular हो चला और बीजेपी का पलड़ा भारी सा हो गया है। ये दोनों भले न जिते लेकिन वोट तो काटेंगे जरूर। Advantage BJP? जितन और पप्पु ने बिहार को पेंचिंदा बनाया।

बीजेपी को लेकिन इस बात का घाटा है कि वो किसी एक को मुख्य मंत्री पद के लिए सामने नहीं ला रहे हैं।

मंडल तो मोदी खुद मंडल। दोनों development men --- क्या JD(U) और BJP फिर से एक साथ नहीं आ सकते क्या?

नीतिश वैसे master strategist हैं। Caste equation में खुद मंडल man लालु को मात कर दिया दो दो बार। दलित और महादलित कर के लालु और पासवान दोनों को मात कर दिया दो दो बार।

मेरे को लगता है सुशील मोदी अभी भी नीतिश का लोहा मानते हैं। अभी भी वो शायद नंबर टु होने को तैयार हो जाए। लेकिन बात शायद बहुत आगे बढ़ चुका है। There are stakeholders in both camps who do not want a rapprochement. The fact remains that the JD(U)-BJP government in Bihar was a pretty good government.

BJP इतनी बड़ी पार्टी है कि उसमें तरह तरह के लोगों का होना स्वाभाविक है। जब RSS के कुछ लोगों ने लव जिहाद और घर वापसी की बात की तो मैंने अपना मुँह बिचकाया। तो मोदी ने भी तो अपना मुँह बिचकाया। जब मोदी गुजरात के मुख्य मंत्री थे तो उन्होंने वहां पर बहुत बखुबी से RSS को sideline कर के रख दिया था। उनका मानना था कि राजनीति करनी है तो RSS से बीजेपी में आ जाओ और चुनाव लड़ो, जित के दिखाओ, तब दिन भर राजनीति करते रहो।

जिस Hindu supremacist thinking को देख के नीतिश मुँह बिचकाते हैं, उसको देख के तो मोदी भी मुँह बिचकाते हैं। और देश में सबसे बड़ा मंडल तो मोदी ही है। और दोनों development के मामले में सबसे आगे रहे हैं।

But perhaps Nitish has waded too far. उनके ही शब्दो में "अब तो गुंजायस नहीं है। "

It is still 50-50 in Bihar, it could go either way. But Jitan and Pappu walking away weakens the chances of a Nitish comeback. नीतिश ने २०१३ में जो निर्णय लिया क्या वो hubris था? Perhaps he gambled, कि मोदी का डट के विरोध करो तो बिहार के २०% मुसलमान साथ में आ जाएंगे। लेकिन वो हुवा नहीं।
“Na Khuda hi mila, na visaal-e-sanam/Na udhar kay rahay, na idhar kay rahe (I found neither faith, nor union with my lover/And now I belong neither there nor here).”