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Saturday, September 05, 2015

Bihar: Advantage BJP



Right now it looks like the BJP will win Bihar. There appears to be a groundswell in favor of Modi. And this is a big deal. If the BJP wins Bihar now, Uttar Pradesh in 2017 will prove to be a cakewalk. With Bihar and UP in the kitty, the BJP will finally tilt the balance in the Upper House in its favor, and Modi might move much faster with the reforms.

Modi winning Bihar now will give new winds to his administration in Delhi. It will be like he won a national election all over again. He will get rejuvenated.

A Bihar victory would make UP a done deal. Expect the BJP to start taking serious looks at the North-East, and the South. Places like Tamilnadu might actually come into play in a few years. That is surprising for a party that might have been national in vote share, but was, for all intents and purposes, practically a regional party only a few years back.

The most popular politician in the world keeps on delivering.

Kejriwal's non performance has hurt Nitish. Go figure.



Unable to combat BJP, parties blame me: Owaisi
In Uttar Pradesh, for the first time since Independence, no Muslim MP has been elected. In Bihar too, the BJP swept the polls, I hadn’t contested in these polls, so how come these so-called secular parties lost? ..... “These people are looking to protect certain vote banks as a feudal fiefdom, whereas I’m the one who has everything to lose, like I lost my Masjid [Babri], I lost my people in communal riots, my way of life is being threatened by the BJP and the RSS. To accuse me of aiding the BJP, that too for pecuniary gain, is laughable,” he said. “If that was the case, then why did the BJP win in Jharkhand, Jammu and Kashmir, Haryana? Was the AIMIM contesting? In Maharashtra, [where his party won 2 Assembly seats] we got 5 lakh votes for our 24 candidates, the rest of 55 lakh votes polled among the Muslim community are to be accounted for,” he said.
Have the scales tilted in BJP’s favour in Bihar?
The RJD leader must also be conscious of the potency of the Yadavs, perhaps the most formidable caste group in the Hindi belt, which was evident in Uttar Pradesh, when the SP came back from the dead to win eight of the 11 by-elections after its massive setback in the general election in which the BJP won 72 of the 80 parliamentary seats.

Monday, August 17, 2015

Advantage Nitish?

भारतका २४० ट्रिलियन डॉलर वाला अर्थतंत्र बनने का फोर्मुला इजराइल के पास है
18% Growth Rate For Bihar?



Modi deserves 20 years in Delhi. Nitish deserves 20 years in Patna. That is where I stand.

अंग्रेजी में कहा जाता है, I don't seem to be able to wrap my head around this. बिहार में जो १८% आर्थिक वृद्धि दर है उसके बारे में मुझे वही कहना है।

एक हैं बिल गेट्स, दुनिया का सबसे धनवान व्यक्ति। और वो जीजान से गरीबों  सेवा में लगे हुवे हैं। लेकिन दुनिया के गरीबों के लिए जितना नीतिश कुमार कर सकते हैं उतना बिल गेट्स नहीं। खुद तो कर रहे हैं, दुनिया को सिखाते भी तो अच्छा होता।

जिसको मैं Global South कहता हुँ, आप Third World बोलते होंगे ----- उस सारे के सारे Global South को नीतिश कृपया सिखावें। कैसे १८% पहुंचा जा सकता है? Nitishism आखिर है क्या?

If Bihar polls were held now, Nitish-Lalu would trump BJP: Survey
The grand alliance of the Rashtriya Janata Dal and Janata Dal-United, which has been wooing OBC and Muslim voters, would bag 129 seats with a vote share of 43%. ....... The BJP, allied with Lok Janshakti Party (LJP) of Ram Vilas Paswan, Former chief minister Jitan Ram Manjhi’s Hindustan Awami Morcha -Secular (HAM-Secular) and Rashtriya Loktantrik Samata Party (RLSP) of Upenndra Prasad Kushwaha, would get 112 seats with a 32% vote share...... If elections were to be held today, the BJP would win 87 seats, Jitan Ram Manjhi’s group 16, the JD-U 99, and the RJD 24. Seven seats would go to others...... around 54% respondents felt Kumar should be given another chance to be chief minister, with 42% rooting for former deputy chief minister Modi. ...... Sixty-two percent of the respondents felt the BJP-JD-U alliance’s government was better than the government run exclusively by the JD-U. Kumar was far ahead of Manjhi when it came to his performance as the chief minister........ According to the opinion poll, the NDA is expected to lead in Bhojpur and Magadh regions because of Manjhi’s appeal, while the RJD-JD-U alliance along with Congress is likely to dominate Seemanchal, east Bihar and Mithilanchal......The survey suggested that the JD-U and its allies would get 57% of the vote share and the BJP and its allies 41%.


Tuesday, July 21, 2015

लालु यादव: मौसम वैज्ञानिक



वैसे तो राम विलास पासवान ५० घाट का पानी पिए हैं। १९८९ से जो मिलीजुली सरकार का सिलसिला शुरू हुवा तो बहुत समय तक कभी भी राम विलास पासवान विपक्ष में नहीं रहे। वैसे तो लालु भी एंटी-काँग्रेस से राजनीति शुरू किए, बाद में काँग्रेस का साथ हो लिए। सिर्फ अभी तक बीजेपी को अछुत माना है। राम विलास एंटी-काँग्रेस, काँग्रेस, बीजेपी सब का साथ कर चुके हैं। मोदी आज कह रहे हैं सबका साथ सबका विकास। राम विलास तो १९८९ से कहते आए हैं, सबका साथ सबका विकास।

राम विलास ने बीजेपी का साथ छोड़ा और लालु के साथ हो लिए तो कोई ऐतराज नहीं। अब राम विलास मोदी के साथ हैं तो कहते हैं राम विलास बहुत बड़ा मौसम वैज्ञानिक हो लिए।

वैसे मैं लालु का लोहा मानता हुँ। वीपी सिंह के नंबर एक शिष्य हो के उभरे। इधर लालु उधर मुलायम ने मुस्लिम-यादव कोएलिशन बनाया। मंडल वेव था। अभी डेवलपमेंट वेव चल रहा है।


आजादी के बाद के नंबर एक रेलवे मंत्री बन के लालु ने दिखा दिया। दुनिया भर में लोग आस्चर्यचकित हो गए। बगैर कटनी छटनी किए, बगैर downsizing किए रेलवे को profitable बना दिया। पश्चिमा लोगों का माथा चकरा गया। भइ, ये क्या कर दिया लालु ने? ये तो संभव ही नहीं था। ऐसा कोई फोर्मुला हमारे किताबों में है नहीं। कौन सा किताब पढ़ते हैं लालु? हार्वर्ड से ले के सब जगह स्टडी होने लगा कि पता करो लालु ने कैसे किया? लालु ने जादु का छड़ी घुमा दिया।

ताज्जुब की बात ये है कि लालु बिहार को विकास दे नहीं पाए। फॉरवर्ड कास्ट के लोग जिनके रिश्तेदार CBI में थे उनके माध्यम से लालु को तंग करवाया। ठीक से काम करने नहीं दिया। Caste Arithmetic को ही तख्तापलट करने में लालु को ७ साल लग गए। जभी मोदी राजनीति में आए भी नहीं थे तभी लालु मुख्यमंत्री बन चुके थे।

और एक नीतिश हैं ---- मैंने कभी सोंचा नहीं था बिहार में कोइ विकास कर भी सकता है। नीतिश ने छलांग लगा दी। इन्होने ७ साल जो दिए वो अजुबे थे। उस पर भी बड़े बड़े विश्वविद्यालय में स्टडी हुवे हैं।





तो ये दोनों जादुगर एक जगह आए हैं। पलड़ा भारी होना चाहिए। मेरा वश चले तो मैं बिहार में सर्वदलीय सरकार बना डालुं। उप मुख्यमंत्री के रूप में सुशील मोदी ने भी बहुत अच्छा काम किया। तेज दिमाग के हैं, मेहनती हैं। लेकिन वो बात शायद unrealistic है, और वो भी बिहार में जहाँ लालु कहते हैं "उड़ती चिड़िया को हल्दी लगाती है बिहार की वोटर!"

लालु बिहार में विकास नहीं कर पाए लेकिन रेलवे में तो बहुत विकास किया। नीतिश विकास में किसी से कम नहीं। बहुत कहते हैं नीतिश ने गलती की, बीजेपी से नाता तोड़ लिया। लेकिन जितने तीक्ष्ण पॉलिटिशियन रहे हैं नीतिश क्या वो गलती कर सकते हैं? मैं मानने को तैयार नहीं। ऐसे लोग गलती में भी सही करते हैं।

कुछ तथ्यों पर जरा ध्यान दिजिए:

  • नीतिश भारत के प्रथम प्रमुख नेता हैं जिन्होंने मोदी को भविष्य का प्रधान मंत्री बताया। और ये बात सिर्फ मुझे मालुम है कोइ विशेष सुत्र से ऐसी बात नहीं। It is a matter of public record. Youtube पर आप वीडियो देख सकते हैं। मोदी बाएं बैठे हुवे थे। 
  • नीतिश और लालु दोनों मंडल स्कुल के लोग हैं। Caste Pyramid दोनों को बहुत ही अखडती है। तो मोदी तो बिलकुल मंडल हैं। नेहरू पंडितों के नेहरू, और मोदी एक किस्म से देखिये तो मंडल नेहरू, अगर २० साल शासन किया तो नहीं हुवा? 
  • नीतिश बीजेपी से अलग नहीं हुवे होते तो NDA वालों अकेले बहुमत लाने का बीजेपी लक्ष्य ही नहीं बनाती। लेकिन नीतिश अलग हुवे तो मोदी को stretch करना पड़ा, ज्यादा ताकत लगाना पड़ा। मोदी पहले backward caste प्र म हैं। १०-१२ महिना सत्ता में रहे लोगों को क्या गिनना? 
  • और coalition era का खत्म होना भारत के विकास के लिए बहुत जरुरी था। एक बेबीलोन में है Hanging Gardens Of Babylon. भारत की राजनीती में १९८९ से वही चलता आ रहा था: Hanging Gardens Of Babylon. तो वो अब ख़त्म हुवा। भले बीजेपी ने किसी पार्टनर को फेंका नहीं है लेकिन सब को मालुम है बीजेपी अकेले बहुमत में हैं। तो सब अनुशासन में रहते हैं। 

तो नीतिश ने गलती कहाँ किया? २००५ से २०१२ तक नीतिश ने बिहार को जो दिया, वो तो एक मिशाल है। अब बिहार को आगे १५-२०% आर्थिक वृद्धि दर की जरुरत है। चाहे जिधर से आ जाए।

मैं Land Bill और Labor Bill दोनों पर मोदी के साथ हुँ। वो भारत को First World Country बनाना चाहते हैं अपने ही कार्यकाल में। और वहां तक पहुँचने के लिए वो Land Bill और Labor Bill दोनों की जरुरत है, ऐसा मेरा मानना है। लेकिन नीतिश और लालु दोनों विरोध में हैं। ऐसा क्या? दोनों बुलेट ट्रैन का विरोध करते हैं। ऐसा क्यों?

मेरे को लगता है कोई Global Warming और Climate Change का चक्कर तो नहीं? लालु सोंचते हैं अगर भारत भी विकास कर गया तो भारत में consumption high हो जाएगी और Global Warming और स्पीड पकड़ लेगी, इसीलिए देशको Hindu Rate Of Growth पर रखना ही ठीक है।

लालु यादव: मौसम वैज्ञानिक।


मजाक अलग। Seriously, अगर बिहार में नीतिश लालु जित जाते हैं तो Land Bill और Labor Bill पर एक बार घनिभुत तर्क वितर्क की जरुरत पड़ेगी। Easy hiring and firing का जो मॉडल है वो अमेरिकी मॉडल है। और वैसे मेरे को बहुत पसंद है। लेकिन जर्मनी में वो नहीं है। वहाँ लोग एक ही कंपनी के साथ अपनी जिंदगी गुजार लेते हैं। जापान में तो उससे भी ज्यादा। तो फरक फरक मॉडल हैं। भारत को कुछ ओरिजिनालिटी दिखाना होगा और अपना ही रास्ता ढूँढना होगा। लालु ने रेलवे में जो किया, बगैर कटनी छटनी के बम्पर प्रॉफिट का रास्ता, शायद उसमें कोई मैसेज है अभी के वादविवाद के लिए। Synergy का प्रयास किया जाए, fusion का प्रयास किया जाए। Let the democratic debate go full swing. Let there be open conversations. And then seek synergies and fusions to create uniquely Indian solutions.

Friday, June 26, 2015

Long Live The Roti?

हिन्दी: देश के उप राष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंस...
हिन्दी: देश के उप राष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी पटना में पूर्व मुख्यमंत्री सत्येन्द्र नारायण सिन्हा(छोटे साहब) की 94वीं जयंती पर आयोजित व्याख्यानमाला श्रंखला पर पूर्व सांसद किशोरी सिन्हा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ (Photo credit: Wikipedia)
Bihar: BJP’s Mission 185 under threat as allies fight over seat sharing
The top leadership of the party is taken by surprise by the aggression being displayed by junior NDA allies with only marginal presence in the state. They have stopped being docile and it does not augur well for the BJP which is caught in its own low intensity conflicts over leadership. Poor handling of the situation could rip apart the umbrella alliance of caste-based outfits, rendering the NDA weak against the combined might of Lalu Prasad and Nitish Kumar........ As if offering himself as the NDA’s chief minister candidate was not enough, Upendra Kushwaha, leader of the Rashtriya Lok Samata Party (RLSP), has even come up with a formula for distribution seats among the allies. As per his formula, BJP should contest on 102 seats—the number of seats it had been spared by the JD(U) while both were parts of the NDA, 74 seats should be allotted to the LJP whereas the remaining 67 seats should go to his party. He even suggested that all the three partners should spare seats in a proportionate way in case Jitan Ram Manjhi becomes parts of the NDA. .... Kushwaha, a creation of Nitish Kumar ..... the Lok Janshakti Party (LJP) headed by Union minister Ram Vilas Paswan too is trying to extract its pound of flesh from the BJP. The party with no legislator in the Bihar assembly has announced that it would oppose five candidates from Manjhi’s party ....... LJP, which corners five percent of votes on an average, is scared that Manjhi may emerge as a taller Dalit leader than him. Manjhi represents some 23 percent of Mahadalit population comprising 23 sub-castes of Dalits but he too remains to be tested as his newly-formed Hindustani Awam Morcha (HAM) is yet to join any election. Manjhi formed the HAM shortly after his rebellion against Nitish in February this year. ...... Right now Manjhi and Paswan, two coalition partners of the BJP, are now engaged in bitter verbal duels on the streets much to the merriment of the grand secular alliance. While the LJP has declared to oppose HAM candidates, Manjhi has dared Paswan to do that ....... Past records show that the BJP has grown up in Bihar more due to bitter rivalries among various splinter groups of the Janata family than its own strength. The party, which enjoys its support primarily among the upper castes and the Bania community, banked on the support of either Samata Party, the Janata Dal (United) or the LJP for its success. This is the first time in 20 years that it will be facing a united Janata family comprising Nitish and Lalu with the Congress and the NCP on their side.
Infographic: Here's how much our MPs lunch is subsidised
items like 'puri sabji' being sold at 88 percent subsidised rates