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Monday, September 11, 2017

बिजली, पानी, इंटरनेट और Access To Credit



सबसे जोड़ access to credit पर होना चाहिए। जिसको अमरिका में small business sector कहा जाता है और इंडिया में जिसे informal sector कह के dismiss कर दिया जाता है, भारतके अर्थतन्त्रका सबसे महत्वपुर्ण हिस्सा वही तो है। Job creation होगा तो उसी सेक्टर में होगा नहीं तो नहीं।

आधार revolutionary चीज है। Biometric ID से रास्ते खुलते हैं। विश्वके प्रत्येक व्यक्ति तक इसे पहुँचाना होगा। छोटेमोटे प्रत्येक बिजनेसकी रजिस्ट्रेशन उतना ही आसान कर दो। प्रत्येक चायवाला लोन ले सके ऐसा कर दो। Job creation आप हो जाएगी। Small business सेक्टर को एक पांच साल का टैक्स holiday ही दे दो। नहीं तो taxman के डर से बिना कारण बहुतों रजिस्ट्रेशन ही ना करबायें। और बगैर रजिस्ट्रेशन के वो बैंकिंग सेक्टर से जुड़ सकते नहीं। Demonetization का एक बड़ा फायदा ये हुवा कि जो बहुत पैसा बैंक में न था वो अब सब बैंकों में जमा हो गया है। मोदी FDI के लिए दर दर भटक रहे थे। पुँजी घर के भितर ही पड़ा था काफी। Now the banks can lend more. उतना ही नहीं बैंको पर प्रेशर बढ़ गया है। लोगों को बिजनेस लोन नहीं देंगे तो कैसे होगा? बैंक में जमा किया गया पैसा ब्याज मांगता है।


प्रत्येक गाओं तक गीगाबिट हाई स्पीड इंटरनेट पहुँचाना --- प्रत्येक भारतीय को कॉलेज डिग्री दिलाने का इससे अच्छा इससे सस्ता तरिका क्या हो सकता है? गाओं गाओं में हाई स्पीड इंटरनेट पहुँच गया तो फिर उसके बाद किसी को सरकारी दफ्तर जाना ही क्यों?

प्रत्येक को स्वच्छ पिने का पानी मिल गया तो स्वास्थ्य के हिसाब से एक ट्रिलियन डॉलर का फायदा समझो। वो और सुबह सुबह एक घंटा योग। मैं RSS का कोई बड़ा फैन नहीं हुँ लेकिन अगर उसी बहाने सबके सब सुबह योग करने लगें तो मैं कहुँ सब ज्वाइन कर लो।

प्रत्येक चायवाला को access to credit मिला कि नहीं? उसी प्रश्न के जवाब में मोदी का भविष्य है।



Monday, March 07, 2016

Access To Credit For The Small Business Sector In India

लोन के लिए कोलैटरल की जरुरत नहीं। सबके पास एक परिचयपत्र होना चाहिए। तो भारत में जिस तरह सीधे मोबाइल फ़ोन आ गया उसी तरह सीधे बायोमेट्रिक आईडी आ गया। और बैंक अकाउंट चाहिए। कॅश में डील करो तो पाकेटमार पीछे पड़ जायेंगे। और एक चाहिए क्रेडिट हिस्ट्री। यानि कि किसी से भी लोन लो, तो कितना लिया, कब लिया, चुकता किया की नहीं, सबका रिकॉर्ड रहता है। और क्रेडिट स्कोर। लेकिन सात साल में सात खुन माफ़। यानि कि आप का क्रेडिट स्कोर कितना भी ख़राब हो जाए, सात साल में क्लीन स्लेट। फिर से शुरू हो सकते हो। और बैंक को ये मानना चाहिए कि कितना भी करो ५% लोन तो डिफ़ॉल्ट होना ही है। उस बात को बिज़नेस मॉडल में ही रखो। यानि कि आप किसी को तंग नहीं कर सकते। फार्मर सुसाइड का कारण है किसानों को तंग किया जाता है। तंग नहीं कर सकते। वो मानव अधिकार का हनन हुवा। बल्कि किसान पुलिस में रिपोर्ट करो कि ये मुझे तंग कर रहा है। 

१०-१५ लाख आएगा कह के सब ने बैंक खाता खुल्बा लिया देखो। अच्छा हुवा। नहीं तो लोन लेते तो कैसे?

जिस तरह प्रत्येक व्यक्ति को आईडी चाहिए उसी तरह प्रत्येक बिजनेस को, छोटे से छोटे बिजनेस को, रजिस्ट्रेशन करो। इतना कि बगैर रजिस्ट्रेशन के कोई बिजनेस कर ही नहीं सकते। और ये उनसे टैक्स लेने के लिए नहीं। बल्कि कानुन बना दो कि सालाना इतने से कम कमाई होनेवाले बिजनेस को कहीं कोई टैक्स नहीं। रजिस्ट्रेशन इसलिए कि वो लोन ले सके और अगर बात बिगड़ गयी तो बैंकरप्सी के लिए फाइल कर सके। कोर्ट में जाओ और जज को कहो मैं एक भी लोन नहीं दे सकता कृपया कंपनी डिजोल्व कर दो। तो कर देगा। बिजनेस सबके बस की बात नहीं। 

बस यहीं तो है जॉब क्रिएशन। नौकरी लोगो की यहीं तो मिलेगी। कोई सेंट्रल प्लानिंग नहीं। कोई रिसर्च नहीं। सिर्फ एक्सेस टु क्रेडिट। 

इनफॉर्मल सेक्टर नहीं ----- वो है स्माल बिजनेस सेक्टर। अर्थतंत्र का सबसे महत्वपूर्ण अंग जहाँ सबसे ज्यादा जॉब क्रिएशन होता है। सब काम पे लग जायेंगे। पटेल जाट agitation सब बंद। 

बल्कि थोड़ा मनरेगा का पैसा इधर डाइवर्ट कर दो। गड्ढा खोदने के बजाए लोग भेड़ बकरी भैंस पाले। कुखुरा पालन। सब्जी खेती। छोटा से छोटा रोजगार के लिए पैसा। सड़क पर जो hawking करते हो उसे लोन दो। किसान को लोन। जुत्ता पोलिश करता है उसे लोन। चाय दोकान वालों को विशेष जन धन प्रधान मंत्री योजना। 

Credit is lifeblood to the small business sector. The rest they can do pretty much on their own. मार्किट रिसर्च बगैरह खुद करते हैं वो। R&D सब कर लेते हैं। सरकार चाह कर भी मदत नहीं कर सकती। सरकार के लिए असंभव। Complexity बहुत है। 

Access to credit has to be thought of as infrastructure ------- top of the list. उससे ज्यादा महत्वपुर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर कोई है ही नहीं। बल्कि रोड बाद में बनाओ पहले एक्सेस तो क्रेडिट दो।