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Sunday, July 05, 2015

Hindu Rate Of Growth

आजादी के ४० साल तक भारत दुनिया भर में मजाक बना रहा। अगर जनसँख्या वृद्धि दर भी २% हो और आर्थिक वृद्धि दर भी २% हो तो देश आगे बढ़ा ही नहीं। अगर उस स्थिति में कोई भी व्यक्ति या कारपोरेशन १०% के रेट पर ग्रो करती है तो सीधा हिसाब बैठता है कि गरीब और भी गरीब हो गए। इसी लिए सत्यजित रे के फिल्मों में जो गाओं दिखता है अभी भी वही गाउँ दिखता है।

Population Growth को १% के रास्ते से zero per cent की ओर ले जाओ। आर्थिक ग्रोथ रेट तो १५% पर ले जाओ। तब गब्बर बोलेगा: "अब आएगा मजा खेल का!"